बात सुनने में भी तकलीफ तुम्हे होती है
तुम क्या मेरी आह को सुन पाओगे।
लोग पहचान न ले ये डर तुम्हे लगता है
कैसे तुम सामने सब के आ पाओगे।
तुम रखते हो संभाल के हर चीज़ मगर
क्या मेरा दिल भी एक बार रख पाओगे।
जीना मेरे बिना मुश्किल है कहते हो
क्या मेरे साथ जो मुश्किल है सह पाओगे।
मैं तो हर पल ही हाथ बढ़ाये रहता हूँ
सामने आ के मेरा हाथ पकड़ पाओगे।
तुम क्या मेरी आह को सुन पाओगे।
लोग पहचान न ले ये डर तुम्हे लगता है
कैसे तुम सामने सब के आ पाओगे।
तुम रखते हो संभाल के हर चीज़ मगर
क्या मेरा दिल भी एक बार रख पाओगे।
जीना मेरे बिना मुश्किल है कहते हो
क्या मेरे साथ जो मुश्किल है सह पाओगे।
मैं तो हर पल ही हाथ बढ़ाये रहता हूँ
सामने आ के मेरा हाथ पकड़ पाओगे।
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