तेरी ओर चले हम कोस कई
तुम्हे एक कदम तो आना था।
तेरे लिए हुए बदनाम बहुत
तेरा थोड़ा नाम तो आना था।
मेरे हुए पराये सब अपने
तुम्हे मुझको तो अपनाना था।
मेरी मौत तेरी ग़र ख्वाहिश थी
बस एक ही बार बतलाना था।
है दर्द इश्क में मौत से कम
मेरे दोस्त मुझे समझाना था।
हमें देख क दुनिया अक्सर ही
बस नाम तुम्हारा लेती है।
तुम्हे नाम की परवाह छोड़ कभी
मेरे नाम से भी जुड़ जाना था।
No comments:
Post a Comment