धीमी सी आंच पे इश्क सा पकता रहे सीने में चूल्हे जैसा दिल सुलगता रहे लम्हालम्हा वक़्त गुजरे और रिश्ते नर्म हो जिंदगी का जायका बस यु ही बढ़ता रहे।
wow..sir... :)
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