राह में दिये पत्थर तुने
उन्ही पत्थरो को तोड़ के
उसी रास्ते पे छोड़ के
नयी एक सड़क बना दिया
के मेरे बाद जो आएंगे
कई राहगुजर इस राह से
उन्हें ठोकरें वो नहीं मिले
जिनपे गिरे कई बार हम
मेरे बाजूओं में तो दम था खैर
कई आएंगे इसके बगैर
मेरे राह के वो राहगुजर
मेरे दोस्त मेरे हमसफ़र
एक कारवां बने मेरे बाद
के लोग अब चले मेरे बाद
उस राह पे जो अब तलक
चलने के काबिल थे नहीं |
उन्ही पत्थरो को तोड़ के
उसी रास्ते पे छोड़ के
नयी एक सड़क बना दिया
के मेरे बाद जो आएंगे
कई राहगुजर इस राह से
उन्हें ठोकरें वो नहीं मिले
जिनपे गिरे कई बार हम
मेरे बाजूओं में तो दम था खैर
कई आएंगे इसके बगैर
मेरे राह के वो राहगुजर
मेरे दोस्त मेरे हमसफ़र
एक कारवां बने मेरे बाद
के लोग अब चले मेरे बाद
उस राह पे जो अब तलक
चलने के काबिल थे नहीं |
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